Sunday, May 31, 2020
गॉडकबीर
शेखतकी ने जुल्म गुजारे, बावन करी बदमाशी,
खूनी हाथी के आगे डालै, बांध जूड अविनाशी,
हाथी डर से भाग जासी, दुनिया गुण गाती है।
Friday, May 29, 2020
maghar lila
हिंदू राजा बीर सिंह बघेल और मुस्लिम राजा बिजली ख़ाँ पठान को कबीर परमात्मा ने सतलोक जाने से पहले कहा जो मेरे जाने के बाद मिले आधा आधा बांट लेना। दो चद्दर और सुगंधित फूल मिले, परमात्मा का शरीर नहीं मिला था।
kabir parmatma
परमेश्वर कबीर जी त्रेतायुग में ऋषि मुनीन्द्र जी के रूप में लीला करने आए तब हनुमान जी से मिले। तथा सतलोक के बारे में बताया हनुमानजी को विश्वास हुआ कि ये परमेश्वर हैं। सत्यलोक सुख का स्थान है। परमेश्वर मुनीन्द्र जी से दीक्षा ली। अपना जीवन धन्य किया। मुक्ति के अधिकारी हुए।
Wednesday, May 20, 2020
असमय की प्राकृतिक आपदा
असमय होने वाली प्राकृतिक आपदा के लिए ये मानव ही
दोषी है क्योकि मानव ने सिर्फ अपनी ही सुविधाओ के लिए प्रकृति का अधिक से अधिक दोहन शुरू कर दिया बिना ये सोचे की इस दोहन का प्रकृति और मानव और सभी जीवो पर क्या असर होगा, ज्यादा सुविधा और विकास की लालसा ने मानव की बुद्धि का स्तर गिरा दिया और रही सही कसर भगवान से जीव की दूरी और नास्तिकता ने निकाल दी। अब इसका एकमात्र इलाज है सतभक्ति और भगवान से निकटता।
और वर्तमान में सतभक्ति तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज के पास ही है जो कि हमारे मानव समाज के सभी वेदों और शास्त्रों के आधार पर कबीर साहेबजी की सतभक्ति बताते है। इनकी विचारधारा"जीव हमारी जाति है, मानव धर्म हमारा हिंदू, मुस्लिम,सिख,ईसाई कोई धर्म नही कोई न्यारा"सभी लोगो को आपस में जोड़ने में सहायक है जो कि वर्तमान में लोगो में बहुत ही जरूरी है।
Thursday, May 14, 2020
पर्यावरण से नुकसान
पर्यावरण को मानव के अंधाधुन विकास की चाह ने और बढ़ावा दिया है प्रकृति को नुकसान पहुचाया है इसके अलावा सभी प्रकार के प्रदूषण भी प्रकृति को बहुत ही नुकसान हुआ है इसका एक ही समाधान है की सतभक्ति मार्ग अपनाये और खुद भी जिये और दुसरो को भी जिन दे।
गलत भक्ति से नास्तिकता की ओर
गलत भक्ति जीव को नास्तिकता की ओर ले जाती है वर्तमान समय में साधक जो भक्ति कर रहा है उस पर आरूढ़ रहने के कारण उसे ही सत्य मानता है लेकिन जब वह फल प्राप्ति की इच्छा करता है तब उसे किसी प्रकार का कोई लाभ न मिलने के कारण वह दुखी व परेशान होकर नास्तिकता की अग्रसर होने लगता है
क्योकि वो भक्ति हमारे वेदो और शास्त्रो के अनुकूल ना
होने से कोई भी लाभ नही देती है और जीव का धीरे धीरे
भक्ति में विश्वास कम होने लगता है और फिर अंत में वो नास्तिक हो जाता है।
इसलिए हर मानव का प्रथम कर्तव्य है की वो हमारे वेदो और शास्त्रो के अनुकूल सतभक्ति करे जिससे वो मानव जीवन में भी सुखी हो और मरने के बाद भी मोक्ष को प्राप्त कर सके,किंतु सतभक्ति के लिए सतगुरु बनाना जरूरी है सतगुरु के मिलने के बाद ही सतभक्ति शुरू होती है और सतगुरु जी ही हमे सभी मर्यादाओ का पालन कर सतभक्ति करवाते है।
Tuesday, May 12, 2020
गलत भक्ति से नास्तिकता की ओर
गलत भक्ति जीव को नास्तिकता की ओर ले जाती है क्योकि वो भक्ति हमारे वेदो और शास्त्रो के अनुकूल ना
होने से कोई भी लाभ नही देती है और जीव का धीरे धीरे
इसलिए हर मानव का प्रथम कर्तव्य है की वो हमारे वेदो और शास्त्रो के अनुकूल सतभक्ति करे जिससे वो मानव जीवन में भी सुखी हो और मरने के बाद भी मोक्ष को प्राप्त कर सके,किंतु सतभक्ति के लिए सतगुरु बनाना जरूरी है सतगुरु के मिलने के बाद ही सतभक्ति शुरू होती है और सतगुरु जी ही हमे सभी मर्यादाओ का पालन कर सतभक्ति करवाते है।
Saturday, May 9, 2020
Friday, May 8, 2020
सतगुरु
सतगुरु वो होते है जिनके पास हमारे वेदो से परमानित सत् मंत्र और सतभक्ति और नामदिक्षा देकर जीवो को पार कर
मोक्ष देने का अधिकार होता है और वे परमात्मा के कृपा पात्र संत होते है,और वो सतगुरु रूप में परमात्मा ही होते है, जिनको पूर्ण ज्ञान होता है सभी वेदों और शास्त्रो का।
और आज पूरे विश्व की अरबो की आबादी में एक ही सतगुरु
और वे तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी है।।
मोक्ष देने का अधिकार होता है और वे परमात्मा के कृपा पात्र संत होते है,और वो सतगुरु रूप में परमात्मा ही होते है, जिनको पूर्ण ज्ञान होता है सभी वेदों और शास्त्रो का।
और आज पूरे विश्व की अरबो की आबादी में एक ही सतगुरु
और वे तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी है।।
Thursday, May 7, 2020
नशा करने से नाश होता है
🌟नशा करने से नाश होता है। इसलिए पूर्ण संत के सत्संग सुनें जिससे गृह क्लेश भी समाप्त हो जाता है।
🌟संत गरीबदास जी कहते हैं
मदिरा(शराब) पीवे कड़वा पानी,
सत्तर जन्म कुत्ते के जानी।।
शराब पीने से 70 जन्म तक कुत्ता बनने की सजा मिलेगी। आज ही त्यागें ऐसी बुरी वस्तु को।
🌟संत गरीबदास जी अपनी वाणी में कहते है-
सुरापान मद्य मांसाहारी, गवन करे भोगे पर नारी।
सत्तर जन्म कटत हैं शीशम, साक्षी साहिब हैं जगदीशम।।
सुरापान व मांस आदि खाने का अंजाम जब इतना बुरा है तो इससे त्यागने में ही भलाई है।
🌟संत गरीबदास जी कहते हैं
मदिरा(शराब) पीवे कड़वा पानी,
सत्तर जन्म कुत्ते के जानी।।
शराब पीने से 70 जन्म तक कुत्ता बनने की सजा मिलेगी। आज ही त्यागें ऐसी बुरी वस्तु को।
🌟संत गरीबदास जी अपनी वाणी में कहते है-
सुरापान मद्य मांसाहारी, गवन करे भोगे पर नारी।
सत्तर जन्म कटत हैं शीशम, साक्षी साहिब हैं जगदीशम।।
सुरापान व मांस आदि खाने का अंजाम जब इतना बुरा है तो इससे त्यागने में ही भलाई है।
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परमात्मा कबीर साहेब जी कहते है की गुरुजी को भगवान मानकर ही भगवान पाया जा सकता है क्योकि गुरु जीव को भगवान प्राप्त करने की एक बीच की प्रमुख ...
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कबीर साहेब प्राकाट्य ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 1 मंत्र 9 में प्रमाण है, कि पूर्ण परमात्मा अमर पुरुष जब लीला करता हुआ बालक रूप धारण करके स्वयं प...







